श्री टपकेश्वर मंदिर देहरादून: प्राकृतिक शिवधाम
देहरादून की शांत घाटियों में बसा श्री टपकेश्वर मंदिर एक प्रसिद्ध शिव मंदिर है, जो अपनी आध्यात्मिक शक्ति और प्राकृतिक सौंदर्य के लिए जाना जाता है। यह मंदिर टनल के पास गढ़ी कैंट क्षेत्र में स्थित है और यहाँ भगवान शिव की एक स्वयंभू गुफा में विराजमान शिवलिंग की पूजा होती है। गुफा की छत से लगातार पानी की बूंदें शिवलिंग पर गिरती हैं, जिससे इसे “टपकेश्वर महादेव” कहा जाता है।

पौराणिक मान्यता
पौराणिक कथा के अनुसार, यह स्थान गुरु द्रोणाचार्य का आश्रम था, और यहीं पर उनके पुत्र अश्वत्थामा का जन्म हुआ था। जब अश्वत्थामा को दूध नहीं मिल पाया तो उन्होंने शिव की तपस्या की, जिससे प्रसन्न होकर भगवान शिव ने गुफा से दूध की धार बहाई। यह कथा इस मंदिर को धार्मिक दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण बनाती है।
प्राकृतिक विशेषताएँ
मंदिर एक प्राकृतिक गुफा में स्थित है, जहाँ ऊपर से पानी टपकता रहता है। गर्मियों में यह स्थान शीतल और शांत रहता है। मंदिर के पास बहती नदी और हरियाली इसे पर्यटकों के लिए एक सुंदर पिकनिक स्थल भी बनाती है।
त्योहार और आयोजन
महाशिवरात्रि और सावन का महीना यहाँ विशेष धूमधाम से मनाया जाता है। इन अवसरों पर लाखों श्रद्धालु यहाँ जल चढ़ाने आते हैं और भजन-कीर्तन में भाग लेते हैं।
कैसे पहुँचें
शहर के केंद्र से लगभग 6 किमी दूर स्थित यह मंदिर ऑटो, टैक्सी या निजी वाहन द्वारा आसानी से पहुँचा जा सकता है। देहरादून रेलवे स्टेशन और ISBT से मंदिर की दूरी लगभग 8–10 किमी है।
टपकेश्वर महादेव मंदिर देहरादून
निष्कर्ष
श्री टपकेश्वर मंदिर आध्यात्म, प्रकृति और पौराणिकता का अनूठा संगम है। यह न केवल श्रद्धालुओं के लिए पूजनीय स्थल है, बल्कि प्रकृति प्रेमियों और पर्यटकों के लिए भी एक अद्भुत अनुभव प्रदान करता है।